Friday, August 22, 2008

अंतर्ध्वनि के सितारे




कुछ दोस्त जीवन में बहुत प्यारे होते है। अंतर्ध्वनि ने मुझे तो मेरे जीवन की एक प्रेरणा सिखा ही डाली।
चार दिवारी के बाहर की दुनिया कुछ और ही होती है, जब तक बाहर नही आते वो तो बस आपके चादर जितनी जान पड़ती है।


आज मैं अपने काम काज के अलावा अपने संगीत पर भी काम करता हु। सप्ताह के अंत में अपने इन् दोस्तों के साथ खूब musical
मस्ती भी करता हु। कभी कोई धुन्न तो कभी कोई...


आज हम अपने गानों पर भी ध्यान दे रहे है। अपने भावनाओ को, अपने संगीत के द्वारा दुनिया तक पहुचाने की पुरी कोशिश कर रहे है। भगवान् की मदद से, काफी सफलताए भी मिल ही रही है। हमारे संगीत को और हमारे अंतर्ध्वनि को लोग पसंद भी कर रहे है। इस बात से हम सब का हौसला भी बढता है। हमने जिसे सोचा, उसे करने की भी ठानी है। हर गाना, सिर्फ़ गाना नही बल्कि एक संदेश है, एक सोच है और एक जज़्बात है।


हम सब एक है क्योंकि हमारी अन्तर आत्मा की आवाज एक है, हमारी सोच अलग हो, पर संगीत एक है और रहेगा। शरीर अलग होते है, पर अन्तर आत्मा की आवाज एक है।

सबसे अनोखी बात यह है की, हम सब ख़ुद नही जानते की हम क्या कमाल कर सकते है। पर ख़ुद का बनाया गाना सुनकर एक जोश सा बन जाता है। कुछ कर gujarne का एक जूनून, जो शायद हम सब में है। हम समय के मोहताज नही, क्योंकि हमने ख़ुद को समय के अनुसार ढाल रखा है।

सपने पुरे होने के लिए सबसे जरुरी है, सपने को समझना। हमने ख़ुद को समझा, अपनी गलतिया समझी। वक्त आने पर उनसे सबक लिया और आगे बढ़ गए। मैंने ख़ुद के अन्दर एक परिवर्तन देखा है । मैं अब संगीत से बढ़ कर और दोस्ती से ज्यादा किसी चीज को एहमियत नही देता। मेरे संगीत के दोस्त ही मेरे दोस्त है। हमारा सूरज भी उग्ग रहा है, और हमारी ख्याति भी दूर तक पहुच जायेगी।

यह हमारी लगन और हमरी सकारात्मक सोच का परिणाम है। आज मेरे गलियारे के हर तरफ़ अंतर्ध्वनि के ही सितारे नज़र आते है।













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